जब वैद्य जी इलाज करते है तो वे बीमारी की जड़ तक जाते है और उसी अनुसार इलाज करते हैं। मेडिकल साइंस भी यही कहता है कि बीमारी की जड़ तक जाएं और जड़ को समझने के लिए विभिन्न विभिन्न जांच कराते हैं पर अक्सर यह देखने में आता है कि कई डॉक्टर मरीज के हालात देखकर इलाज करते हैं। वह आपकी बीमारी कहां से हुई क्यों हुई इस बात पर ना जाकर हालात देख कर इलाज देते हैं। हमें त्वरित आराम भी मिल जाता है परंतु बीमारी जड़ से नहीं जाती। जब से डॉक्टर के पास बहुत सारी भीड़ आने लगी तब डॉक्टर के पास इतना समय नहीं होता कि वह आपसे आपकी बीमारी के बारे में विस्तृत बातें कर सकें उन्हें एक दिन में अनेक पेशेंट देखना हैं फिर उसके बाद हॉस्पिटल और शाम को फिर बहुत सारे पेशेंट। यह भी एक कारण है कि डॉक्टर रिपोर्ट देखकर इलाज लिख देते हैं। यदि मरीज कह देता है कि पेट में जलन हो रही है, बार-बार पेशाब आ रही है, सिर भारी रहता है, चक्कर आ रहे हैं भलेही यह सब कमजोरी या बीमारी के कारण हो पर डॉक्टर उसकी दवाई भी लिख देंगे। आयुर्वेद और होम्योपैथिक में बीमारी की जड़ का पता करके उसका इलाज किया जाता है। अभी लोगों को समझ में आ रहा इसलिए वे आयुर्वेदिक होम्योपैथिक इलाज कराने में ज्यादा विश्वास करने लगे हैं।
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…