निधि संग्रह में जुटी भाजपा और जनाधार बढ़ाने में भिड़ी कांग्रेस
Updated on
14-02-2022 04:47 PM
बूथ विस्तारक अभियान की भारी सफलता के बाद भाजपा जहां एक ओर कार्यकर्ता समर्पण निधि संग्रह के अभियान में जुट गयी है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी विभिन्न वर्गों व समूहों को साध कर अपने जनाधार को बढाने के अभियान में भिड़ गई है। कांग्रेस ने घर चलो, घर-घर चलो अभियान के तहत सीधे मतदाताओं के घरों में दस्तक देने का एक माह का अभियान एक फरवरी से छेड़ रखा है। भाजपा और कांग्रेस अभी से मिशन 2023 यानी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में कमर कस कर सक्रिय हो रहे हैं। समर्पण निधि के तहत भाजपा ने धन संग्रह का महत्वाकांक्षी लक्ष्य डेढ़ सौ करोड़ रुपये रखा है और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि 11 फरवरी को पहले दिन ही पार्टी ने 7 करोड़ रुपये से अधिक का धन संग्रह कर लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 15 फरवरी को राजधानी भोपाल में पिछड़ा वर्ग के एक सम्मेलन में शिरकत करने जा रहे हैं जिसमें उन्हें इन वर्गों के कल्याण के लिए 15 माह की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उठाये गये कदमों के लिए सम्मानित किया जायेगा। 16 फरवरी को कमलनाथ सागर में होंगे तो 19 फरवरी को रीवा में कांग्रेस के एक बड़े आयोजन में भाग लेने वाले हैं। इस प्रकार कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि प्रदेश में सत्ता के दावेदार दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा व कांग्रेस मिशन 2023 को फतह करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगायेंगे और दोनों ही दल इसकी चिंता अभी से करने लगे हैं। भाजपा ने मध्यप्रदेश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि 11 फरवरी के अवसर पर उन्हें याद करते हुए कार्यकर्ता समर्पण निधि एकत्रित करने की शुरुआत की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सांसद विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि समर्पण निधि संग्रह अभियान में भी भाजपा इतिहास बनाने का काम करेगी। अभियान का आगाज करते हुए शर्मा ने कहा कि संगठन शिल्पी कुशाभाऊ ठाकरे के जन्म-शताब्दी वर्ष के अन्तर्गत पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि से शुरु हुए समर्पण निधि अभियान को कार्यकर्ता बूथ स्तर तक पहुंचाकर इसे सफल बनायेंगे। उन्होंने कहा कि स्व. ठाकरे ने आजीवन सहयोग निधि का विचार भाजपा को दिया था जिसको इस वर्ष समर्पण निधि कहा गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी कार्यकर्ता जब कोई संकल्प लेते हैं तो उसे बिना किसी विकल्प के पूरा करते हैं और हमारा दल कार्यकर्ताओं के बल पर ही आत्मनिर्भर बनें यह संकल्प पार्टी द्वारा लिया गया है और यही स्व. ठाकरे को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। प्रदेश के 65 हजार बूथों पर कार्यकर्ताओं व नेताओं ने इस अभियान में हिस्सा लिया। इस अभियान में मध्यप्रदेश से जुड़े केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित मंत्रि-परिषद के सभी सदस्य व संगठन के नेता भी हिस्सा ले रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर दिल्ली से मुरैना के आयोजन में वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। समर्पण निधि अभियान पर सवाल उठाती कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने समर्पण निधि के माध्यम से संगठनात्मक चंदा वसूली का दायित्व प्रभारी मंत्रियों को सौंप कर यह सिद्ध कर दिया है कि समर्पण निधि का लक्ष्य अफसरों पर दबाव बनाकर ही पूरा किया जा सकता है। उनका कहना है कि हर जिले के प्रभारी मंत्री अपना लक्ष्य लेकर प्रभार के जिलों में प्रवास पर चले गये हैं। गुप्ता का आरोप है कि यह सरकार द्वारा संगठन के लिए जबराना वसूली का अभियान है तथा 45 दिन में डेढ़ सौ करोड़ रुपये की राशि इकट्ठा करने का लक्ष्य अधिकारियों से जबराना वसूली करके ही पूरा किया जा सकता है। उन्होंने व्यंग्य किया कि मिस -काल वाली पार्टी अगर जमीन पर कहीं है तो संगठन के माध्यम से अपना खजाना भरे सत्ता के माध्यम से नहीं और कम से कम चंदे में जीरो टालरेंस रखे। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री (मीडिया) के.के. मिश्रा ने भाजपा के समर्पण निधि एकत्रीकरण अभियान और उसमें डेढ़ सौ करोड़ रुपये की वसूली करने के लक्ष्य पर तंज करते हुए सवाल पूछा है कि स्व. दीनदयाल उपाध्याय और कुशाभाऊ ठाकरे की सादगी की दुहाई देने वाली भाजपा आखिर डेढ़ सौ करोड़ रुपये का करेगी क्या? उन्होंने आरोप लगाया कि इस अभियान के माध्यम से भाजपा अपने काले-धन को जहां सफेद करेगी तो दूसरी ओर अधिकारियों और हर किस्म के माफियाओं के माध्यम से जबरिया वसूली की जायेगी। कमलनाथ मैदान में हो रहे सक्रिय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जातीय समीकरणों को साधने और विभिन्न वर्गों के बीच कांग्रेस का जनाधार बढ़ाने के लिए मैदान में सक्रिय हो रहे हैं। 15 फरवरी को पिछड़ा वर्ग के सम्मेलन में सम्मानित होने के बाद यह संकेत देने की कोशिश होगी कि पिछड़ा वर्ग के लोग उन्हें अपना सबसे बड़ा हितैषी मानते हैं। इसके बाद दलितों को साधने के लिए सागर में 16 फरवरी को रविदास जयंती के आयोजन में कमलनाथ भाग लेंगे। अचानक कांग्रेस में जो मैदानी सक्रियता आई है उसका मकसद पार्टी के लिए वोटों का अधिक से अधिक जुगाड़ करना है। बुंदेलखंड अंचल के मुख्यालय सागर में रविदास जयंती पर दलित समाज का विशाल समागम कांग्रेस पार्टी करने जा रही है और इसमें अधिक से अधिक लोग भाग लें इसकी तैयारियों में कांग्रेस नेता अभी से भिड़ गए हैं। 19 फरवरी को विंध्य अंचल के मुख्यालय माने जाने वाले रीवा में एक बड़े आयोजन की तैयारियां भी कांग्रेस कर रही है जिसमें कमलनाथ मुख्य अतिथि होंगे। विंध्य अंचल कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा है और 2013 के विधानसभा चुनाव में यदि किसी एक अंचल में कांग्रेस को सर्वाधिक सीटें मिली थीं तो वह यही इलाका था, लेकिन 2018 के विधानसभाा चुनाव में भाजपा ने इसमें पूरी तरह सेंध लगा दी और यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जादू मतदाताओं के सिर चढ़ कर बोला। हालात यहां तक हो गये कि कांग्रेस और तीखे समाजवादी तेवरों वाले इस इलाके में तत्कालीन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह और कुछ अन्य प्रमुख कांग्रेस नेता भी चुनाव हार गये। कमलनाथ को यह टीस रही है कि यदि विंध्य अंचल ने भी अन्य अंचलों की तरह कांग्रेस का साथ दिया होता तो फिर दलबदल के द्वारा उनकी सरकार नहीं गिराई जा सकती थी। अजय सिंह इस इलाके में अपनी समूची ताकत फिर से कांग्रेस के लिए जनाधार बढ़ाने में लगा रहे हैं और उन्होंने घर-वापसी अभियान भी चालू किया जिसके तहत अनेक नेताओं व कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल कराया गया। पिछले साल हुए रैगांव विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के परम्परागत गढ़ में सेंध लगाने के कारण कांग्रेस के उम्मीदवार को जो सफलता मिली उससे कांग्रेस काफी उत्साहित है और अब नये सिरे से पार्टी के लिए जमावट करने जा रही है। और यह भी प्रदेश कांग्रेस महामंत्री (मीडिया) के.के. मिश्रा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा की इस टिप्पणी पर कि यह काले धन को सफेद करने का तरीका है का तीखा जवाब देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा है कि जिन्दगी भर कांग्रेस काले धन के आधार पर आगे बढ़ती रही है, काला धन ही उनका विचार है और उनके खून में भी काला धन है जबकि हमारा यह अभियान भाजपा कार्यकर्ताओं का अपना विचार और संगठन के प्रति अपना समर्पण है किसी प्रकार का कोई कलेक्शन नहीं है।
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…