बिहार के बक्सर के रहने वाले जवान सुनील सिंह यादव (46) शहीद हो गए हैं। उधमपुर आर्मी अस्पताल में इलाज के दौरान गुरुवार शाम को उनका निधन हो गया।
बक्सर के चौसा प्रखंड निवासी हवलदार सुनील सिंह यादव का पार्थिव शरीर आज यानी शुक्रवार शाम तक उनके पैतृक घर पहुंचेगा।
सुनील सिंह 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत कश्मीर के राजौरी में तैनात थे। 9 मई की रात पाकिस्तानी ड्रोन हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
घायल होने के बाद उनका प्राथमिक इलाज किया गया। लेकिन, हालत बिगड़ने के बाद 15 मई को एयर लिफ्ट कर उधमपुर सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जहां इलाज के 21वें दिन गुरुवार की शाम उन्होंने अंतिम सांस ली।
2023 में हवलदार में प्रमोशन हुआ था
सुनील सिंह यादव ने 2002 में भारतीय सेना की ईएमई यूनिट में नौकरी शुरू की थी। भारतीय सेना में ईएमई (इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर) एक महत्वपूर्ण हथियार और सेवा शाखा है।
ईएमई यूनिट का मुख्य कार्य हथियार प्रणालियों और उपकरणों का रखरखाव, मरम्मत और तकनीकी सलाह प्रदान करना है।
2 साल पहले 2023 में उन्हें हवलदार के पद पर पदोन्नति मिली थी। छोटे भाई चंदन यादव भी सेना में हैं।
देर शाम गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर
शहीद के घर गुरुवार देर शाम उनकी शहादत की खबर पहुंची, जिसके बाद इलाके में शोक है।
शहीद जवान के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा सौरभ (15) 10वीं और छोटा कृषु यादव (8) पांचवीं क्लास का छात्र हैं।
तीन भाइयों में सुनील सबसे बड़े थे। उनके छोटे भाई अनिल यादव खेती करते हैं। सबसे छोटा भाई भी आर्मी में है। मां पावढारी देवी रिटायर्ड प्रधानाध्यापक हैं। पत्नी हाउस वाइफ है।
शुक्रवार की देर शाम तक शहीद का पार्थिव शरीर चौसा स्थित पैतृक आवास पहुंचने की संभावना है। स्थानीय प्रशासन और सैन्य अधिकारी पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने सरकार से शहीद के बलिदान को उचित सम्मान देने की मांग की है।