Select Date:

राजस्थान के सबसे पुराने शहरों में जाना जाने वाला शहर है भीलवाड़ा

Updated on 29-01-2024 09:42 AM

भीलवाड़ा भारत के राजस्थान राज्य का एक छोटा सा शहर है जो  भारत में अपने कपड़ा उद्योग के लिय भी प्रसिद्ध हैं। भीलबाड़ा शहर लगभग 900 साल पुराना हैं और इसे राजस्थान के सबसे पुराने शहर के रूप में भी जाना जाता हैं। राजस्थान के हरित सिटीयों की सूची में शामिल होने वाला यह पहला शहर हैं। राजस्थान के खूबसूरत पर्यटक स्थल भीलवाड़ा शहर का नाम भीलवाड़ा कैसे पड़ा हैं, इसके पीछे दो अलग-अलग कहानियां सुनने को मिलती हैं। भीलबाड़ा शहर भील नामक जनजाति द्वारा बसाया गया था। यह भी माना जाता है कि भील जनजाति ने इस जगह पर सदी के मध्य में अपना अधिपत्य जमा लिया था।

यह शहर भीलो की पहली बस्ती के रूप में जाना गया। भील जनजाति ने शहर में एक मंदिर की स्थापना की थी, जिसे “बड़ा मंदिर” या “जटुन का मंदिर” के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर वर्तमान में भीलबाड़ा शहर के सबसे पुराने हिस्से पुराने भीलबाड़ा या भीलबाड़ा गांव में स्थित हैं। माना जाता हैं कि भील जनजाति ने इस शहर पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था, इसलिए इसे भीलबाड़ा के नाम से भी जाना जाता हैं।

1.1 भीलवाड़ा आकर्षक स्थल बदनोर फोर्ट 

भीलवाड़ा आकर्षक स्थल बदनोर फोर्ट - Bhilwara Me Ghumne Vali Jagah Badnore Fort In Hindi

भीलबाड़ा में घूमने लायक जगहों में बदनोर फोर्ट एक छोटी पहाड़ी पर स्थित हैं। भीलवाड़ा का यह किला सात मंजिला हैं और बदनोर किले में मध्यकालीन भारतीय वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण देखने को मिलता है। बदनोर फोर्ट भीलवाड़ा के आसींद रोड पर भीलवाड़ा से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित।

1.2 भीलबाड़ा में दर्शनीय स्थल क्यारा के बालाजी  

भीलबाड़ा में दर्शनीय स्थल क्यारा के बालाजी - Bhilwara Ke Darshaniya Sthal Kyara Ke Balaji Mandir In Hindi

भीलबाड़ा के दर्शनीय स्थलों में शुमार क्यारा के बालाजी पवन पुत्र हनुमान जी महाराजा को समर्पित एक आकर्षित मंदिर है। क्यारा के बालाजी के दर्शन करने के लिए पर्यटक यहां के अन्य मंदिर बीदा के माताजी मंदिर, पटोला महादेव मंदिर, घाट रानी मंदिर और नीलकंठ महादेव मंदिर जैसे अन्य स्थानों पर भी जा सकते हैं और क्यारा के बालाजी का दर्शन कर सकते हैं।

1.3 भीलवाड़ा में देखने लायक जगह मंडल 

भीलवाड़ा में देखने लायक जगह मंडल - Bhilwara Me Dekhne Layak Jagah Mandal In Hindi

भीलवाड़ा की देखने लायक जगह में शामिल मंडल भीलवाड़ा शहर से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यहां आप जग्गनाथ कच्छवाहा के किले को देख सकते हैं जोकि बत्तीस खंबन की छतरी के रूप में जाना जाता है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह एक आकर्षित छतरी है जिसमे बलुआ पत्थर के बने 32 स्तम्भ लगे हुए हैं। यह छत्री यहा बने एक विशाल शिवलिंग को घेरती हैं।

1.4 भीलबाड़ा का दर्शनीय हरणी महादेव मंदिर  

भीलबाड़ा का दर्शनीय हरनी महादेव मंदिर - Bhilwara Ka Darshaniya Sthal Harni Mahadev Temple In Hindi

भीलबाड़ा के दर्शनीय स्थलों में से एक हरनी महादेव मंदिर राजस्थान के डारक परिवार के पूर्वजों द्वारा स्थापित किया गया एक शिव मंदिर हैं। जोकि शहर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सुरम्य पहाड़ियों से घिरा हुआ यह दर्शनीय स्थल पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध हैं।

1.5 भीलबाड़ा में प्रसिद्ध गायत्री शक्ति पीठ

भीलबाड़ा में प्रसिद्ध गायत्री शक्ति पीठ - Bhilwara Mein Prasidh Gayatri Shakti Peeth In Hindi

भीलबाड़ा में गायत्री शक्ति पीठ देवी शक्ति या सती जोकि हिंदू धर्म की महिला प्रमुख और शक्ति संप्रदाय के मुख्य देवी के रूप में जानी जाती हैं। गायत्री शक्ति पीठ भीलवाड़ा शहर में बस स्टैंड के पास ही स्थित है।

1.6 भीलबाड़ा का दर्शनीय स्थल धनौप माता जी मंदिर 

भीलबाड़ा का दर्शनीय स्थल धनौप माता जी मंदिर - Dhanop Mataji Mandir Bhilwara Tourism In Hindi

भीलबाड़ा का दर्शनीय स्थल धनौप माता जी मंदिर संगरिया से 3 किलोमीटर दूरी पर एक छोटे से गांव में स्थित है। धनौप माता जी मंदिर में आप शीतला माता के दर्शन का लाभ उठा सकते हैं। धनौप माता के मंदिर में रंगीन चमकदार लाल दीवारें और खंभे हैं। खूबसूरत संगमरमर का फर्श और काले पत्थर के रूप में देवी शीतला माता (देवी दुर्गा) की मूर्ति स्थापित है।

1.7 भीलबाड़ा का फेमस श्री चारभुजा नाथ मंदिर 

भीलबाड़ा का फेमस श्री चारभुजा नाथ मंदिर - Bhilwara Ka Famous Shri Charbhujanath Mandir In Hindi

भीलबाड़ा में कई मंदिर स्थापित हैं जो भक्तो और पर्यटकों के लिए एक पवित्र स्थान हैं। इन्ही में से एक श्री चारभुजा नाथ का मंदिर हैं। भीलबाड़ा के राजसमंद में कोटड़ी तहसील में स्थित है। यह मंदिर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। श्री चारभुजा नाथ का मंदिर त्रिलोकीनाथ भगवान विष्णु को समर्पित हैं। श्रद्धालु दूर-दूर से भगवान विष्णु के दर्शन करने के लिए मंदिर में पहुंचते हैं।

1.8 भीलबाड़ा का पर्यटक स्थल बागोर साहिब गुरुद्वारा 

भीलबाड़ा का पर्यटक स्थल बागोर साहिब गुरुद्वारा - Bhilwara Pramukh Paryatan Sthal Bagore Sahib Gurudwara In Hindi

भीलबाड़ा का पर्यटक स्थल बागोर साहिब गुरुद्वारा यहां का एक ऐतिहासिक गुरुद्वारा है। बागोर साहिब गुरुद्वारा मंडल तहसील के बागोर में स्थित हैं जोकि मंडल शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोविन्द सिंह जी की यात्रा का गवाह बना हैं।

1.9 भीलबाड़ा धार्मिक स्थल चामुंडा माता का मंदिर

भीलबाड़ा के दर्शनीय स्थलों में शामिल चामुंडा माता का मंदिर हरनी महादेव की पहाड़ियों पर स्थित एक आकर्षित स्थान है। आप यहां से शहर का पूरा दृश्य देख सकते है। चामुंडा माता का मंदिर भीलवाड़ा शहर से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।


1.10 भीलबाड़ा में घूमने लायक जगह मिनाल वॉटरफॉल 

भीलबाड़ा में घूमने लायक जगह मिनाल वॉटरफॉल - Bhilwara Me Ghumne Layak Jagah Menal Waterfall In Hindi

भीलबाड़ा में घूमने लायक जगहों में शुमार मिनाल वॉटरफॉल एक खूबसूरत झरना हैं जहां पर्यटक भारी संख्या में आना पसंद करते हैं। यह भीलवाड़ा-कोटा मार्ग पर स्थित हैं और भीलबाड़ा से लगभग 80 किलोमीटर दूरी पर स्थित हैं। इस खूबसूरत झरने का पानी 150 मीटर ऊंचाई से गिरता हैं और जिससे यहां का एक सुंदर दृश्य दिखाई देता है। मीनल वाटरफाल घूमने के लिए राज्य के सभी कोनों से लोग जुलाई से अक्टूबर के महीने में आते हैं।

1.11 भीलबाड़ा के गणेश मंदिर दर्शन 

भीलबाड़ा के गणेश मंदिर दर्शन - Bhilwara Ke Ganesh Temple Darshan In Hindi

भीलबाड़ा का दर्शनीय स्थल श्री गणेश मंदिर माता पार्वती और भगवान भोले नाथ के पुत्र श्री गणेश भगवान को समर्पित हैं। गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी को पूरे राजस्थान में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान यहां गणेश उत्सव गणेश मेला भी आयोजित किया जाता है।

1.12 भीलवाड़ा में त्रिवेणी चौराहा घूमने जाये 

भीलवाड़ा में घूमने लायक जगह में त्रिवेणी चौराहा शामिल हैं और यह स्थान पर्यटकों के बीच बहुत लौकप्रिय स्थान हैं। त्रिवेणी चौराहा से भीलवाड़ा शहर की दूरी लगभग 40 किलोमीटर है। इसके अलावा बडाला और बनास नदियों के साथ मेनाली नदी का संगम बिंदु भी यही पर हैं। नदी तट के किनारे पर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर स्थापित है। मंदिर की खास बात यह हैं कि यह मानसून के मौसम में पानी डूब जाता हैं।

1.13 बिजोलिया पर्यटन भीलवाड़ा राजस्थान 

बिजोलिया पर्यटन भीलवाड़ा राजस्थान - Bijoliya Tourism Bhilwara Rajasthan Hindi

बिजोलिया शहर भीलवाड़ा में एक जनगणना शहर के रूप में जाना जाता हैं और यहां के श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ अथिषा तीर्थक्षेत्र, बिजोलिया किला और मंदाकिनी मंदिर के लिए पूरे भारत वर्ष में प्रसिद्ध है। बूंदी और चित्तौड़गढ़ मार्ग पर स्थित किले में भगवान शिव का एक आकर्षित मंदिर भी है। भगवान शिव के इस मंदिर को हजारे सवारा महादेव मंदिर के रूप में जाना जाता है।

1.14 भीलवाड़ा का दर्शनीय स्थल तिलस्वा महादेव मंदिर 

भीलवाड़ा का दर्शनीय स्थल तिलस्वा महादेव मंदिर - Bhilwara Ke Darshaniya Sthal Tilaswa Mahadev Temple In Hindi

भीलवाड़ा के दर्शनीय स्थलों में से एक तिलस्वा महादेव मंदिर बिजोलिया शहर से लगभग 15 किमी की दूरी पर स्थित हैं। यहां स्थित चार मंदिरों में से सबसे प्रमुख मंदिर सर्वेश्वर (भगवान शिव) को समर्पित है। इन मंदिरों का निर्माण लगभग 10वीं और 11वीं शताब्दी में किया गया था। मंदिर परिसर में एक मठ, एक कुंड और एक तोरण भी है।

1.15 भीलबाड़ा टूरिज्म में घूमने लायक स्थान शाहपुरा 

भीलबाड़ा टूरिज्म में घूमने लायक स्थान शाहपुरा - Bhilwara Tourist Attraction Shahpura In Hindi

भीलबाड़ा में घूमने लायक स्थानों में यहां का शाहपुरा शहर भी प्रसिद्ध हैं। शाहपुरा और भीलवाड़ा के बीच की दूरी लगभग 55 किलोमीटर हैं। शाहपुरा में एक पवित्र मंदिर हैं जोकि राम द्वार के नाम से प्रसिद्ध हैं। देश भर के तीर्थयात्री इस तीर्थस्थल पर साल भर आते हैं। फूल डोल के नाम से प्रसिद्ध यहां का वार्षिक मेला फाल्गुन शुक्ल (मार्च-अप्रैल) में पांच दिनों के लिए लगता हैं।

1.16 भीलबाड़ा का दर्शनीय स्थल आसीन्द  

भीलबाड़ा का दर्शनीय स्थल आसीन्द – Places To Visit In Bhilwara Asind City In Hindi

भीलबाड़ा का दर्शनीय स्थल आसीन्द शहर में अपने आकर्षित मंदिरों के लिए जाना जाता है। यह बाग राव के सबसे बड़े पुत्र सवाई भोज द्वारा निर्मित किया गया था जोकि खारी नदी के बाएं किनारे पर स्थित है।

2. भीलबाड़ा घूमने जाने का सबसे अच्छा समय  

भीलबाड़ा घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Bhilwara In Hindi

आप यदि राजस्थान के आकर्षित शहर भीलबाड़ा जाने का प्लान बना रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि भीलबाड़ा जाने के लिए सबसे बेस्ट टाइम अक्टूबर से मार्च महीने तक का माना जाता हैं। मानसून का मौसम भी अच्छा हैं लेकिन बारिश के चलते आपको यहां के प्रमुख पर्यटक स्थलों पर जाने में कुछ परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं। इसके विपरीत यदि हो सके तो गर्मियों में यहा जाने से बचे क्योंकि आपके लिए गर्मी का मौसम और धूप अधिक कष्टदायक हो सकती हैं।

3. भीलबाड़ा में कहा रुके  

भीलबाड़ा में कहा रुके – Where To Stay In Bhilwara In Hindi

भीलबाड़ा आने वाले पर्यटक यदि यहां होटल की तलाश में हैं, तो हम आपको बता दें कि भीलबाड़ा में लो-बजट से लेकर हाई बजट तक होटल उपलब्ध हैं, जिन्हें आप अपनी सुविधानुसार चुन सकते हैं। तो आइयें हम आपको भीलबाड़ा की कुछ होटलो के नाम बताते हैं।

  • अशोक रेजीडेंसी
  • होटल हर्ष दीप
  • होटल ट्यूलिप कॉन्टिनेंटल
  • होटल रेडिएंस
  • होटल ज्योति

4. भीलबाड़ा जिला के प्रसिद्ध भोजन  

भीलबाड़ा जिला के प्रसिद्ध भोजन – Famous Food Of Bhilwara In Hindi

भीलबाड़ा आने वाला प्रत्येक टूरिस्ट यहां की प्रसिद्ध भोजन सामग्री का लुत्फ उठाना चाहेगा तो आइये हम आपको भीलबाड़ा के कुछ प्रसिद्ध फूड की जानकारी देते हैं। भीलवाड़ा शहर अपने मीठे और मसालेदार भोजन के लिए बहुत अधिक प्रसिद्ध है जिसमें भीलवाड़ा का स्थानीय स्वाद के रूप में यहां की गुलाब जामुन अतिप्रिय लगती है। मिनरल रिच एडिटिव्स के साथ संतुलित और पौष्टिक आइसक्रीम के अलावा पके अमरुद का गूदा, दूध, चीनी और एक चुटकी नमक के साथ लाल मिर्च पाउडर से गार्निश किया हुआ कुरकुरी और कुरकुरे वफर एक लाजवाब मीठी और थोड़ी मसालेदार आइसक्रीम है। इसके अलावा दाल बाटी चूरमा, कचौरी, भेलपुरी आदि भी यह यहां की प्रसिद्ध भोजन सामग्री हैं।

5. भीलबाड़ा कैसे पहुंचे  

राजस्थान राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थल में से एक भीलबाड़ा जाने के लिए आप हवाई मार्ग, ट्रेन और सड़क मार्ग में से किसी का भी चुनाव कर सकते है। तो आप अपनी सुविधानुसार अपने लिए यात्रा के वाहन का चुनाव भी कर सकते हैं।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 20 June 2024
जयपुर, भारत – मीडिया टेक्नोलॉजी, इंफोटेनमेंट और डिजिटल पीआर में अग्रणी कंपनी, सांगरी इंटरनेट संगीतकारों और रिकॉर्ड लेबलों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई सेवाओं का एक नया…
 13 June 2024
जयपुर : हमेशा से यह कहा जाता रहा है कि साल एक जंगली वृक्ष है, जो घने जंगलों में अपने आप ही उग जाता है। इसे अन्य जगहों पर नहीं…
 01 June 2024
जयपुर I उद्यम लर्निंग फाउंडेशन की पहल, 'उद्यम व्यापार' ने जयपुर में 'द इस्त्री प्रोजेक्ट' लॉन्च किया है। यह पहल छोटे आंत्रप्रेन्योर्स के लिए काम करती है। ऐसे में, इस…
 27 May 2024
जैसलमेर जिले की भौगोलिक और पर्यावरणीय स्थिति के कारण यहाँ औसत वर्षा 200-300 मिमी या इससे भी कम रहती है। इस कारण मानव और जीव-जंतुओं के लिए पीने के पानी…
 19 May 2024
जयपुर, 18 मई। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा सहायक आचार्य, पुस्तकालयाध्यक्ष एवं शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक (कॉलेज शिक्षा विभाग) परीक्षा, 2023 के तहत शनिवार को ऐच्छिक विषय ज्योग्राफी की परीक्षा का…
 19 May 2024
जयपुर। प्रदेश में ब्लड बैंकों के सुचारू संचालन के लिए निदेशक जनस्वास्थ्य के अधीन ब्लड ट्रांसफ्यूजन सर्विसेज अनुभाग की स्थापना की जाएगी। यह अनुभाग प्रदेश में औषधि नियंत्रण विभाग के…
 19 May 2024
जयपुर, 19 मई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने तेज गर्मी एवं लू की स्थिति के दृष्टिगत सभी जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखकर आवश्यक प्रबंध…
 18 May 2024
जयपुर, 18 मई। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के जन्मदिन पर शनिवार को उन्हें राजभवन से फोन कर बधाई और शुभकामनाएं दी। श्री मिश्र ने श्री धनखड़…
 18 May 2024
जयपुर । मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने अधिका​रियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में आधारभूत सुविधाओं को लेकर ऐसी नीतियों, कार्यक्रमों और परियोजनाओं को आगे बढ़ाएं जिससे प्रदेश सुशासन…
Advertisement