जटिल पहेली कौन सुझाएगा,भगवान महावीर कौन है या थे कौन बताएगा कौन सिद्ध करेगा
Updated on
31-08-2022 12:31 PM
भगवान महावीर दिगंबर थे या है, श्वेतांबर थे या है, स्थानकवासी थे या है, तेरापंथी थे या और भी कोई जैन घटक के थे या है। क्या महावीर स्वामी अलग-अलग थे या महावीर स्वामी एक ही है। जबकि ना सिर्फ भगवान महावीर बल्कि हमारे सभी तीर्थंकर एक ही है। हम लोग क्यों उनके स्वरूप को बांट रहे हैं कौन दावे से कह सकता है कि हम जो प्रथा या समाचारी से धर्म आराधना कर रहे हैं वही भगवान महावीर ने बताई है।
मेरे भाइयों अब और भ्रमित ना हो इन सब बातों मे कोई तथ्य नहीं कि भगवान की मूर्ति की आंख खुली है या मूर्ति की आंख बंद है। यह सब बंद करना चाहिए भगवान एक ही है और हम सब उनके अनुयाई हैं। हम अपनी ताकत को बहुत टुकड़ों में बांट चुके हैं अब वक्त की समझदारी है और टुकड़ों में बटना बंद होकर इकट्ठे हो और पुनः महावीर स्वामी के एक ही अनुयाई बन कर जैन धर्म का झंडा ऊंचा करें। अभी तक जितने भी मंदिर स्थानक बने हैं वह सब हमारे धर्म आराधना के केंद्र हैं भगवान महावीर का धर्म आराधना स्थल ही माने। हर जैन बंधु सभी जगह जाए आए। जिसको जैसी समाचारी, धर्म आराधना, पूजा अर्चना करना चाहे करें परंतु सभी ने स्वयं को एक सूत्र से जैन मानना चाहिए। हम सब जैन एक है और हमें हमारा राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक वजूद भी बनाए रखना है ऐसे व्याख्यान / प्रवचन होना चाहिए।
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