नई दिल्ली। बिजनेस मैनेजमेंट में ग्रेजुएट बेंगलुरु का एक युवक, जिस पर शक था कि वह इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गया है, उसके मारे जाने की रिपोर्ट सामने आई है। फैज़ मसूद बेंगलुरु के एक धनी परिवार से ताल्लुक रखता था। वह पिछले सात सालों से लापता था। फैज मसूद की मौत की पुष्टि एक डॉक्टर ने की, जिसे हाल ही में एनआईए ने इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत मामले में गिरफ्तार किया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों के बताया कि अब्दुर्र रहमान एक आंखों का डॉक्टर है। वह भी उन लोगों में शामिल था, जो 2013-14 में इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए सीरिया गये थे। मसूद के इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट के साथ बहुत करीबी रिश्ते थे। और वह बेंगलुरु से युवाओं की आईएस में भर्ती कराने वाला एक महत्वपूर्ण व्यक्ति था। उसके परिवार में उसके माता-पिता के अलावा, उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं। अधिकारियों ने बताया कि मसूद उसके कैंप पर हुए एक हमले में मारा गया। मसूद ने सितंबर, 2013 में कतर छोड़ दिया था और तब से गायब था। उसके गायब होने की जानकारी उसके परिवार ने पुलिस को नहीं दी थी। सुरक्षा एजेंसियों के सामने उसका नाम पहली बार 2014-15 में तब सामने आया था, जब उसे उन संभावित भारतीयों में से एक माना गया था जो कि सीरिया में लड़ाई के दौरान मारे गये थे। अधिकारियों ने इसके बाद ही भारत से इस्लामिक स्टेट में भर्ती होने वाले युवाओं की जांच करने का काम शुरू किया था। इसके बाद जांच में सामने आया था कि मसूद उन पूर्वी बेंगलुरु के अमीर युवाओं के समूह में से एक था, जो 2012-13 के दौरान अक्सर मिला करते थे, और धर्म पर चर्चा किया करते थे। इस समूह के युवाओं में से कई बाद में इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गये थे।