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बचा कहां अब दया,धर्म

Updated on 20-03-2022 08:32 AM
*बचा कहां अब दया,धर्म,* 
 *ईमान,पत्थर दिल है इंसान,* 
 *उठा लिया पत्थर तो गज़ब* 
 *हो गया, चिंता मत करो* 
 *कुछ तो लोग कहेंगे,* 
 *लोगों का काम है कहना।।*
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती  ने कहा कि वह एक महिला हैं और रोती हुई महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए उन्होंने पूरी ताकत से एक पत्थर शराब की बोतलों पर मारा, क्योंकि वह दुकान नियम विरुद्ध जगह पर थी। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा चलाया गया पत्थर प्रदेश की महिलाओं और बच्चियों के सम्मान के लिए है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक शराब की दुकान में पत्थर फेंकने की अपनी कार्रवाई को सही ठहराया उमा भारती ने मध्य प्रदेश सरकार से निषिद्ध और वर्जित स्थानों पर चल रही शराब की दुकानों और शराब के अहातों को तुरंत बंद करने की मांग की है।  महिलाओं के आग्रह पर भोपाल के बरखेड़ा पठानी के आज़ाद नगर में शराब की दुकान एवं अहाता देखने के लिए गई थीं,जहां मंदिर और स्कूल हैं। उमा ने बताया कि महिलाएं तीन सालों से इन शराब की दुकानों को बंद करने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रही हैं,लेकिन प्रशासन के आश्वासन के बाद भी यह दुकानें बंद नहीं होती हैं। उमा भारती ने कहा कि वह शासन से इस संबंध में बात करने की बात कहकर वापस मुड़ीं,तो अचानक कुछ महिलाओं ने रोते हुए बताया कि लोग शराब पीकर दुकान के पीछे लघुशंका करके महिलाओं और बच्चियों को लज्जित करते हैं। यह सुरा प्रेमी भी अजीब होते हैं ,दिन भर मेहनत मशक्कत करके कुछ पैसे कमाते हैं और पूरे पैसे इस दुकान पर न्योछावर करके चले जाते हैं, फिर सिलसिला शुरू होता है घर में भूखे सोने का, बच्चों की पिटाई पत्नी के साथ दुर्व्यवहार, नशे में इतने चूर पैर होते सड़क पर मुंह नाली में,पीने वालों के मुंह पर बस यही पंक्तियां होती हैं,मालूम नहीं पीने वालों से इतनी क्यों नफरत लोग करते हैं, बाबूजी हम तो गम भुलाने के लिए पीते हैं,करोंद क्षेत्र में न्यू माधवी गौतम हायर सेकेंडरी स्कूल से चंद कदम दूर इकट्ठा होते हैं,अंगूर की बेटी से मोहब्बत करने वाले या दूसरे शब्दों में बोला जाए सुरा प्रेमी,शिवराज मामा के राज में डरती हैं, भोपाल के करोंद क्षेत्र की भांजीया,पाठशाला के पास दारु की दुकान,स्कूल जाने से डरती है यह मासूम बालिकाएं ,स्कूल की दीवार बना आस्थाही मूत्रालय,इस स्कूल की दीवार पर सुरा प्रेमी हल्के होने आते हैं,पर कितने शर्म की बात है,जिस पाठशाला में छात्राएं पढ़ती हो,जहां पर महिला अध्यापिकाएं हो,उस पाठशाला की दीवार पर सुरा प्रेमी नशे में चूर होकर हल्के होते हैं,कई बार यह देखा गया है,इतने नशे में होते हैं, कि उनकी पेंटें ही गंदी हो जाती हैं,सूरज निकलते ही,सुरा प्रेमियों का जमघट लगना शुरू हो जाता है और यह जमघट आधी रात तक जारी रहता है,करोंद क्षेत्र की पंचवटी कॉलोनी वासियों को अगर संकट मोचक हनुमान मंदिर जाना हो या दुर्गा माता के मंदिर सबसे पहले सुरा प्रेमियों का दर्शन करना अनिवार्य है,क्योंकि करोंद चौराहे पर स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान मंदिर से बहुत करीब है,कॉलोनी वासियों को मंदिर जाने के लिए इसी सड़क से गुज़रना पड़ता है,कुछ दिनों के बाद चैत्र माह में पडने वाली चैत्र नवरात्रि प्रारंभ हो जाएंगी,चैत्र नवरात्रि पर्व 2 अप्रैल  2022 से प्रारंभ होगा,नवरात्र के समय महिलाएं एवं बालिकाएं सुबह एवं सांध्य के समय स्नान करके नंगे पैर माता के मंदिर दर्शन के लिए जाती हैं,महिलाएं, बच्चियां एवं पुरुष चैत्र नवरात्र के समय व्रत रखते हैं,जब यह महिलाएं एवं बच्चियां इस सड़क से गुज़रती हैं तो वह अपने आप को अशुद्ध महसूस करती है,क्योंकि आसपास से उड़ती शराब की बदबू,सड़क के किनारे झूठे दारू के डिस्पोज़ल ग्लास इन डिस्पोज़ल ग्लासों से बिखरी हुई दारू,नंगे पैर होने के कारण उनके पैरों पर लगती हुई दारू,कभी पैर के नीचे आते शराब की बोतल के ढक्कन, डिस्पोज़ल के गिलास,तो कभी पैरों के नीचे आते अंडो के छिलके,और कभी मुर्गे की हड्डियां और मछली के कांटे,ठेलों से उड़ता हुआ आमलेट का धुआं,तली हुई मछली की बदबू, नगर निगम के स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखाती करोंद क्षेत्र की अंग्रेजी शराब की दुकान, दुकान के सामने वाली सड़क पर डिस्पोजल ग्लासों का अंबार,  खाली पानी के पाउच से पटी सड़कें,गंदगी और गुटके के खाली पाउच से भरी नालियां, करोंद की पंचवटी कॉलोनी की व्यवस्थाएं अब भगवान के हवाले,अब करोंद क्षेत्र की जनता को  उम्मीद की किरण दिखी है पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से,उनको विश्वास है, उमा भारती उनके क्षेत्र में होने वाली परेशानियों को विराम लगाएंगी,मध्य प्रदेश सरकार के अनुसार शराब की दुकानों को किसी भी स्कूल और धार्मिक स्थल से 500 मीटर की दूरी पर होना चाहिए,पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अनेक शराब की दुकानें है,जो धार्मिक स्थलों से बहुत करीब है, हम बात करें इतवारा क्षेत्र में स्थित देसी शराब की दुकान जिसके करीब छः कोड़ी का मंदिर एवं मस्जिद है, वही इतवारा क्षेत्र में ड्रग्स एवं अवैध रूप से दारू बेचना एक आम बात है। महिलाओं के आंसुओं को देखते हुए अगर पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती ने दारु की दुकान पर पत्थर मारकर शराब की बोतले तोड़ी शायद पूर्व मुख्यमंत्री से महिलाओं की परेशानी देखी नहीं गई इसलिए उन्होंने कानून अपने हाथ में लिया । हर वर्ष औसतन 2 करोड़ 64 लाख लोग शराब की वजह से अपनी जान से हाथ धोते हैं,मध्य प्रदेश सरकार को लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपए का राजस्व पिछले वर्ष प्राप्त हुआ, कुछ रोचक आंकड़ों के अनुसार 5.7 लीटर औसतन शराब सालाना हर भारतीय पीता है,4.2 लीटर पुरुष और 1.5 लीटर महिलाएं पीती है । 
*दिल ऐसा शराब से जोड़ा,* 
      *इसने बर्बादी की तरफ*    
       ‌‌        *मोड़ा ।।* 
 *शराब ने भले मानुष को,* 
 *अमानुष बना कर छोड़ा।।*

मोहम्मद जावेद खान 
संपादक 
भोपाल मेट्रो न्यूज़

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