NCP अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर केस में पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दी है। इस चार्जशीट में बाबा को गोली मारने वाले मेन शूटर शिवकुमार गौतम ने दावा किया है कि सिद्दीकी के दाऊद इब्राहिम से संबंध और 1993 के मुंबई धमाकों में शामिल होने के कारण अनमोल ने उसे मारने का आदेश दिया था।
उधर, सिद्दीकी के बेटे जीशान ने पुलिस को बयान दिया है कि उनके पिता की डायरी में कई डेवलपर्स, कॉन्ट्रैक्टर्स और भाजपा नेताओं के नाम लिखे हैं। हत्या के दिन भाजपा नेता मोहित कंबोज ने वॉट्सऐप पर पिता से संपर्क किया था। उसने मुलाकात की बात कही थी। जीशान ने कहा कि हत्याकांड की जांच में बांद्रा स्लम डेवलपमेंट स्कीम से जुड़े विवादों को भी शामिल किया जाए।
जीशान के बाद भाजपा नेता मोहित कंबोज ने बयान दिया है कि इस केस में उनका नाम गलत तरीका से जोड़ा जा रहा है। वे बाबा सिद्दीकी के बहुत अच्छे दोस्त थे।
12 अक्टूबर को महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी की मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। शिवकुमार उन्हीं में से एक है। लॉरेंस गैंग ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी।
जीशान सिद्दीकी बोले- पिता गरीबों के अधिकारों के लिए लड़ते थे
जीशान सिद्दीकी ने पुलिस को बताया है कि वे और उनके पिता मुंबई के ब्रांदा इलाके में झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों के अधिकारों के लिए लगातार लड़े रहे थे। उन्होंने कहा कि रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर उन्हें आपत्ति थी, इस कारण उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया था।
भापजा नेता मोहित ने कहा- बाबा सिद्दीकी की हत्या की सच्चाई बाहर आनी चाहिए
भापजा नेता मोहित कंबोज ने कहा, 'बाबा सिद्दीकी मेरे अच्छे दोस्त थे, हमारे अच्छे रिलेशन थे। उनसे अक्सर बात होती रहती थी। हत्या के दिन उसी शाम मेरी बाबा सिद्दीकी से बात हुई थी। हम दोनों में राजनीति और नॉर्मल बातें होती रहती थीं। जीशान सिद्दीकी के स्टेटमेंट में मेरे नाम को गलत तरीके से जोड़ा जा रहा है। मैं इसकी निंदा करता हूं।'
उन्होंने आगे कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की सच्चाई बाहर आनी चाहिए। आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
शूटर ने पुलिस को दिया बयान, अनमोल से सीधे बात करता था
मैं पुणे में कबाड़ इकट्ठा करता था और सह-आरोपी हरीश कुमार कश्यप को सामान बेचता था। कश्यप की कबाड़ की दुकान थी। उसने रहने का इंतजाम किया था। इसी दौरान उसकी जान-पहचान प्रवीण लोनकर और शुभम लोनकर से हुई।
एक दिन शुभम ने बताया कि वे दोनों भाई लॉरेंस गैंग के लिए काम करते हैं। जून 2024 में शुभम ने मुझे और धर्मराज कश्यप को बताया कि अगर हम उसके कहने पर काम करते हैं, तो हमें 15 लाख रुपए मिल सकते हैं।
जब मैंने काम के बारे में पूछा, तो शुभम ने बताया कि हमें बाबा सिद्दीकी या उसके बेटे जीशान सिद्दीकी नाम के एक व्यक्ति की हत्या करनी है।
एक दिन शुभम ने अपने फोन पर स्नैपचैट के जरिए अनमोल बिश्नोई को वीडियो कॉल किया। बिश्नोई ने हमें बताया कि जिससे हमें मारना है, वह दाऊद इब्राहिम से जुड़ा है और बॉम्बे बम धमाकों में शामिल है।
उसने कहा कि अगर पैसे की जरूरत होगी तो शुभम इंतजाम कर देगा। हमें यकीन हो गया कि दोनों लोनकर भाई उसके लिए काम करते हैं। शुभम के कहने पर मैंने अपने मोबाइल पर स्नैपचैट डाउनलोड किया और अनमोल बिश्नोई से सीधे बात करने लगा।