बड़ा अजीब फैशन का माहौल बन गया आड़े तिरछे बालो की कटिंग, बिना वजह की बेतरतीब बढ़ी हुई दाढ़ी मूछ, बेतरतीब कपड़े, फटी जींस, लाल पीले नीले जूते, आड़ी तिरछी स्टाइल में चलना फिरना, बोलना और यह सब हमें परोसा जाता है आजकल के कई टीवी शोज द्वारा। कई वेब सीरीज व फिल्मे इस कदर नंगापन और अश्लीलता दिखाते हैं जिससे पूरी युवा पीढ़ी भ्रमित होकर गलत आचरण में जा रही है। कहते हैं हमारे रहने दिखने और बोलने के तरीके से हमारी नजाकत, सभ्यता और संस्कृति दिखती है। पर आजकल तो कल्चर के नाम की कोई परवाह नहीं बची, बच्चों को कुछ कहो तो क्या उदाहरण दो, अनेक सेलिब्रिटी, फिल्म स्टार, नामी-गिरामी प्लेयर जब वही कुछ तो भी फैशन दिखाते हैं तो आम जनता तो उनको देखकर वैसा ही करेगी। पहले माता-पिता दादा-दादी कड़क होते थे बच्चे भी डरते थे उन्हे ऐसा आचरण नहीं करने देते। आजकल बच्चे मां बाप की कहां सुनते हैं क्योंकि मां बाप ने बचपन से इतना लाड प्यार दिया कि उनका बिगड़ना तय था। हमारे स्कूल कॉलेज धर्म स्थान सामाजिक व कल्चरल कार्यक्रम यहां हिप्पी नुमा बदरंग आचरण पर रोक लग गए तो स्थिति सुधर सकती है।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्) ये लेखक के अपने विचार है I
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