गौ माता को पूजने वाले देश में बहुत जगह हो रहा गौ माता के साथ ही अत्याचार
Updated on
17-02-2023 07:30 PM
जरूरत से ज्यादा दूध उत्पादन के लिए गाय माता पर कई प्रयोग
कहीं गायों को इंजेक्शन तो कहीं दुहाते दुहाते बछड़े को गाय से अलग कर देते हैं। गाय बोल नहीं सकते पर उसको कितना दर्द होता होगा और फिर थन को खींच खींच कर दूध निकालते हैं।
दूध पर बछड़े का हक लेकिन उसका अधिकांश हक छीन कर बेचा जाता है दूध।
कई लोग कहते हैं गाय हमारी माता है पर आज भी कई लोग बीमार या दूध नहीं देने पर गाय को खुली छोड़ देते हैं।
प्राकृतिक तौर पर गाय का बछड़ा पेट भर ले गाय उतना ही दूध देती है। बछड़ा पूरा दूध पी ले उसके बाद दूध बचे तो हम उसे निकाले परंतु अधिक दूध के लिए बछड़े को कम दूध पिलाना गाय को इंजेक्शन देना या अधिक दूध उत्पादन के लिए उसे अलग-अलग आहार देना यह सब उसके साथ अत्याचार है।
यदि इस प्रकार अत्याचार नहीं होता और दूध नहीं देने वाली गाय का भी पालन पोषण व्यक्ति करते, तो ढेर सारी जगह जगह गौशाला क्यों बनाना पड़ रही है ?
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…