मुंबई । अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी का मानना है कि चीजों के सामने आने का इंतजार करना बेकार है, इसीलिए कलाकार को पेशेवर जीवन में नए रोमांच तलाशने के लिए तैयार रहना चाहिए। श्वेता ने कहा कि "हम जानते थे कि कोविड का असर इण्डस्ट्री पर लंबे समय तक रहेगा। ऐसे में एक कलाकार के तौर पर हमें कुछ अलग करना होगा। मैंने पिछले कुछ महीनों में कई वर्चुअल नाटक देखे हैं और उनमें हर कलाकार के चेहरे पर अलग ही खुशी थी। इसीलिए मेरा मानना है कि अभिनेताओं के लिए रोमांच माध्यम से नहीं बल्कि प्रक्रिया से आता है। यह बात अहम है कि हम अपनी कहानियों को लोगों तक पहुंचाएं, इससे फर्क नहीं पड़ता है कि यह मंच के जरिए पहुंचे या जूम कॉल से।" श्वेता ने कहा कि वह स्क्रिप्ट राइटर्स को ऐसे तरीकों से काम करते देख रही हैं जो वर्चुअल फॉरमेट में फिट होते हैं। उन्होंने कहा कि "यह आवश्यक है कि हम अपने तरीके के आसपास ही काम करें और प्रवाह के साथ खुद को आगे ले जाएं। यह एक अंतहीन प्रतीक्षा है। मैं अपने दोस्तों से आग्रह करती हूं कि वे कहानियों को बताने के लिए नए तरीके ढूंढते रहें। कला असीम है और इसे भाषा या निष्पादन के तरीके से बांधा नहीं जा सकता।"