सांसो की डोर थामने सेना और स्वयंसेवी संस्थाओं ने थामा मोर्चा
Updated on
20-04-2021 01:20 PM
प्रदेश की राजधानी भोपाल में 18 अप्रैल रविवार को 4800 सैंपल की जांच में 1703 नए कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने के साथ ही संक्रमण की दर बढ़कर अब 35 प्रतिशत पर जा पहुंची है इसका मतलब यह है की जितने सैंपल जांच के लिए लिए गए थे उसके अनुसार जांच कराने वाला हर तीसरा व्यक्ति भोपाल में संक्रमित पाया गया। प्रदेश में 12248 नए पॉजिटिव मरीज मिलने के साथ ही राज्य में संक्रमण की दर 23 प्रतिशत पर जा पहुंची है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो टूक शब्दों में निर्देश दिया है कि सांस की डोर ना टूटे किसी की ऐसी सुनिश्चित व्यवस्था जिलो में तत्काल की जाए। शिवराज की पहल पर भारतीय सेना ने भी अपनी गौरवशाली परंपरा के अनुसार कोरोना की जंग में मदद करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ा दिया है तो वहीं दूसरी ओर स्वयंसेवी संस्थाएं भी मुख्यमंत्री के अनुरोध पर आगे आई हैं और ऑक्सीजन की विशेष ट्रेन भी चलेगी। इस प्रकार जांबाज भारतीय सेना और विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने कोरोना की लड़ाई में शिकस्त देने के लिए मोर्चा संभाल लिया है। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि सांसो की डोर थामने के लिए सेना और स्वयंसेवी संस्थाओं ने मोर्चा थाम लिया है। मध्यप्रदेश में सेना ने अपने अस्पतालों के दरवाजे कोरोना मरीजों के लिए खोल दिए हैं। इन सबकी सक्रिय सहभागिता और शिवराज की प्रतिबद्धता तथा मुस्तैदी को देखते हुए उम्मीद की जाना चाहिए कि इस मोर्चे पर अंतत: बेकाबू होते कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाने और उससे जो जंग चल रही है उसमें सफलता मिल जाएगी, भले ही उसमें कुछ समय लग जाए। इस जंग में जीत उतनी जल्दी मिलेगी जितना हम मुख्यमंत्री की सलाह पर पूरी गंभीरता से अमल करेंगे कि 30 अप्रैल तक अपने घरों से ना निकले और यदि बहुत जरूरी है तो कोरोना गाइड लाइंस का पालन करेंगे।
सेना करेगी रोगियों की देखभाल
देशभर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में भारतीय सेना भी हमकदम बनेगी। मध्य प्रदेश से हुई पहल के अंतर्गत आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने सुदर्शन चक्र कोर कमांडर अतुल्य सोलंकी और ब्रिगेडियर आशुतोष शुक्ला ने भेंट की। सैन्य अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि कोरोना संक्रमित रोगियों को सेना के अस्पतालों और आइसोलेशन केंद्रों में स्थान दिया जाएगा भोपाल में लगभग 150, जबलपुर में 100 सागर में 40 और ग्वालियर में 40 बेड की व्यवस्था के लिए प्रयास आज से प्रारंभ किए जा रहे हैं। शिवराज ने आज ही केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी सेना के सहयोग के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि आवश्यकता हुई तो मप्र शासन आइसोलेटेड रोगियों के लिए ऑक्सीजन व्यवस्था भी उपलब्ध करवाएगा। भोपाल स्थित आइसोलेशन केंद्र के लिए ऑक्सीजन लाइन भी स्थापित की जा सकती है। इससे गंभीर स्थिति होने पर आइसोलेटेड रोगी को आवश्यक उपचार मिल सकेगा।सेना के अधिकारियों ने रोगियों की समुचित देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने के लिए भी आश्वस्त किया।सेना द्वारा दिए जाने वाले इस सहयोग से संक्रमित रोगियों की बेहतर देखभाल की जा सकेगी। आवश्यक समन्वय के लिए मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी और सेना सुदर्शन चक्र भोपाल की ओर से ब्रिगेडियर आशुतोष शुक्ला अधिकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने आज कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि वह गलत अफवाह फैलने से रोकें और कालाबाजारी करने वालों को एनएसए में गिरफ्तार कर जेल भेज दें। मुख्यमंत्री ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर चर्चा की और प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि ऑक्सीजन रेमडेसीविर इंजेक्शन और स्वास्थ सुविधाओं के मामले में केंद्र पूरा सहयोग करेगा ।
जनता खुद को असहाय ना समझे -कमलनाथ
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाया है कि वह ख़ुद को असहाय ना समझे, हम साथ खड़े थे, खड़े हैं और हमेशा खड़े रहेंगे तथा हर संकट में हम आपके ही साथ रहेंगे। कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज जी आज इस भीषण त्रासदी व संकट के दौर में प्रदेश की जनता अपने आपको असहाय महसूस कर रही है। एक समय करोना को डरोना कहकर खारिज कर देने वाले आज मध्यप्रदेश के नागरिकों को भी खारिज कर रहे हैं। बड़ा शर्मनाक है कि आज प्रदेश की भाजपा सरकार लोगों की सुध तक नहीं ले रही है। आज प्रदेश लावारिस व भगवान भरोसे खड़ा है ? आज प्रदेश के हालात इस भीषण संकट काल में अत्यंत दुखदायी हो चुके हैं, जहाँ चारों और रुदन, दर्द और अपनो को खोने का ग़म है। अब जो स्थितियाँ बनती जा रही हैं वह हम सभी की रूह को कंपकपा तथा झकझोर और भयभीत कर देने वाली हैं, परंतु इन स्थितियों से जिस तरह से निपटा जाना चाहिए, आज उसका पूर्ण अभाव है। उन्होंने कहा कि आज हमारे सामने सबसे बड़ा प्रश्न है कि कैसे हमारा प्रदेश इस स्थिति में पहुँच गया, क्यों हम रोज़ किसी अपने को खोते हुए, व्यवस्थाओं से हारते और जीवन के लिये संघर्ष करते हुए देख रहे है, सिस्टम के आगे गिड़गड़ाते हुए देख रहे है, आख़िर कौन इन हालातों का दोषी है ? कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि आज मानवता शर्मसार है और मौत के अंतिम ठिकाने पर भी कालाबाजार जमा हुआ है।
और अंत में.............
भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कोरोना संकट पर आज चिंता जाहिर करते हुए मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर से कहा कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज में कोई कमी नही रहनी चाहिए। सिंधिया ने ग्वालियर- चम्बल अंचल में तेजी से बढ़ रहे कोविड संक्रमण को लेकर कोविड प्रभारी मंत्री तोमर से दूरभाष पर चर्चा करते हुए चिंता व्यक्त की तथा ग्वालियर-चम्बल अंचल के कोविड संक्रमित मरीजों का बेहतर इलाज किये जाने के निर्देश दिए। सिंधिया ने तोमर को आश्वासन दिया कि ग्वालियर-चम्बल अंचल में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाओं की कोई कमी नही आने दी जाएगी। सरकार अपने स्तर पर हर सम्भव प्रयास कर रही है। अंचल के गम्भीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा मिले और घर पर रहकर इलाज करा रहे संक्रमितों को दवा की कोई कमी नहीं आने दी जाए। सिंधिया ने इस सम्बंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी चर्चा करते हुए आग्रह किया कि ग्वालियर-चम्बल अंचल में ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवा व इंजेक्शन आपूर्ति निरन्तर की जाए ताकि इलाज के अभाव में किसी की जान न जाए।
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…