विश्वस्त सूत्रों की मानें तो ईडी ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए हैं। करीब 16 पन्नों पर ईडी ने ग्राउंड ऑफ अरेस्ट का ब्योरा दिया है। ईडी का कहना है कि, शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी. जो कंट्रोलर की भूमिका में थे। ईडी ने उन्हें आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया है। ईडी ने कथित घोटाले से जुड़े लोगों को अब समंस भेजना भी शुरू कर दिया है। वहीं EOW की ओर से की गई FIR में 70 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। फ्रेश ECIR में भी पुराने नाम शामिल हैं। ईडी सभी को पूछताछ करने के लिए समंस भेज रही है।