संसद के बजट सत्र से पहले गुरुवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। यह बैठक संसद के एनेक्सी में आयोजित की गई। मीटिंग में आगामी केंद्रीय बजट पर केंद्र सरकार सभी दलों के साथ चर्चा की गई।
संसद के बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को पार्लियामेंट के जॉइंट सेशन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी और फिर अगले दिन 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। सोमवार से लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हो जाएगी।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने विपक्षी नेताओं से अपील की कि वे संसद सत्र के दौरान सहयोग करें ताकि सदन में सुचारू रूप से चर्चा हो सके।
बजट सत्र दो चरणों में, 6 फरवरी को पीएम मोदी देंगे जवाब
बजट सत्र दो चरणों में होगा। पहला चरण 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। इसमें नौ बैठकें होंगी। पीएम मोदी छह फरवरी को राज्यसभा में बहस का जवाब दे सकते हैं। इसके बाद दोनों सदन 13 फरवरी तक स्थगित हो जाएंगे। सत्र का दूसरा चरण 10 मार्च को शुरू होगा जो 4 अप्रैल 2025 तक चलेगा।
बजट होता क्या है?
जिस तरह से हमें अपने घर को चलाने के लिए एक बजट की जरूरत होती है, उसी तरह से देश को चलाने के लिए भी बजट की जरूरत पड़ती है। हम अपने घर का जो बजट बनाते हैं, वो आमतौर पर महीनेभर का होता है।
इसमें हम हिसाब-किताब लगाते हैं कि इस महीने हमने कितना खर्च किया और कितना कमाया। इसी तरह से देश का बजट भी होता है। इसमें सालभर के खर्च और कमाई का लेखा-जोखा होता है।
इस बार वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण लगातार 8वां बजट पेश करेंगी। इसमें 6 बड़ी घोषणाएं की जा सकती हैं। इन घोषणाओं को हमने तीन आधार पर चुना है। लोगों की जरूरत, BJP का मेनिफेस्टो, सरकार और मीडिया रिपोर्ट।