मुंबई । बॉलिवुड में इस समय अगर कुछ सबसे बेहतरीन अभिनेताओं का नाम लें,तब उसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी का नाम भी रखा जाएगा। नवाजुद्दीन ने अभी तक अपने अलग-अलग किरदारों से खुद को साबित किया है। हाल में नवाज ने अपनी फिल्मों, बॉलिवुड के सफर, साथी अभिनेता , इरफान खान और नेपोटिजम की बहस, सभी पर खुलकर बात की। नवाजुद्दीन ने बताया कि उनका लॉकडाउन बहुत बढ़िया गुजरा। वह मसूरी के एक शानदार रिजॉर्ट में रह रहे हैं। वहां पूरे दिन फिल्म देखते हैं और एक्सरसाइज करते हैं। नवाज का कहना है कि वह उस वक्त का इंतजार कर रहे थे ताकि खुद के लिए कुछ समय निकाल सकें। नवाजुद्दीन ने दिवगंत अभिनेता इरफान खान के साथ काफी काम किया था। वह आज भी इरफान को अपना मेंटॉर मानते हैं। नवाज का कहना है कि उनके करियर में भी इरफान ने काफी मदद की थी। नवाज ने बताया कि उनकी और इरफान की साथ में की हुई कई फिल्में रिलीज ही नहीं हुई हैं। नवाज ने बताया कि जब भी वह किसी परेशानी में होते थे,तब वह इरफान से सलाह लिया करते थे। नवाज का कहना है कि अनुराग कश्यप के साथ उनकी ट्यूनिंग बेहतरीन है। हाल के दिनों में बॉलिवुड में चल रही नेपोटिजम की बहस पर नवाज कहते हैं कि उन्हें ऐसा कभी नहीं लगा कि वह बॉलिवुड में बाहरी हैं। उन्होंने कहा कि नेपोटिजम हर जगह मौजूद है लेकिन इसके लिए ऑडियंस सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। नवाज ने कहा कि हर बाप चाहता है कि उसका बेटा या बेटी ही आगे बढ़े लेकिन फिर भी लोग बाहर से आकर यहां काम कर रहे हैं और अपनी पहचान बना रहे हैं इसलिए यह बहस बंद होनी चाहिए। नवाजुद्दीन ने कहा कि आजकल बॉलिवुड को एक बेहद ही खराब जगह बताया जा रहा है जोकि गलत है। उन्होंने कहा कि बॉलिवुड में सभी लोग अपने विचार खुलकर सामने रखते हैं। लेकिन अगर फिल्म इंडस्ट्री के बारे में केवल खराब बातें ही कही जाएंगी तो बॉलिवुड में आने वाले नए टैलेंट अपने कदम पीछे खींच लेगा। नवाज ने कहा कि जैसी बातें बॉलिवुड के बारे में बोली जा रही हैं उससे तो लोग यही समझेगा, बॉलिवुड में तो मर्डर होते हैं, ड्रग्स लेते हैं, गांजा पीते हैं।' इसलिए ये इनसाइडर-आउटसाइडर और नेपोटिजम की बहस बंद होनी चाहिए।