जबलपुर । कटंगी थाना क्षेत्र में स्कूल में पढ़ने वाली अपनी सगी बहन पर किशोर भाई ने रविवार सुबह त्रिशूल से हमला कर दिया। वहीं पुराने विवाद को लेकर बाइक सवार तीन बदमाशों ने रामनगरा के युवक पर गोली चल दी। गोली सीधे युवक के पैर में जा धंसी।
खून से लथपथ छात्रा को आसपास के लोग ठेले पर रखकर अस्पताल ले गए, जहां से उसे मेडिकल अस्पताल भेजा गया, लेकिन खून अधिक बहने से छात्रा की जान नहीं बचाई जा सकी। मामले में कटंगी पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज किया है। जांच में सामने आया कि दोनों भाई बहन में पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा था।
कटंगी पुलिस ने बताया कि 13 वर्षीय नाबालिग सरकारी स्कूल में कक्षा आठवीं की छात्रा थीं। वह 15 वर्षीय भाई और पिता के साथ रहती थी। मां जबलपुर में अलग रहती थी। उसकी गांव के ही एक युवक से दोस्ती थी, जो उसके भाई को पसंद नहीं थी।
15 दिन पहले छात्रा मां से मिलने जबलपुर गई थी। वहां से वह लौटी। इस दौरान ग्रामीणों ने किशोर को बताया कि वह उसी युवक के साथ जबलपुर से लौटी है। तीन दिन पहले भी दोनों में विवाद हुआ। रविवार सुबह किशोर सो रहा था। इस दौरान नाबालिग फोन पर बातचीत कर रही थी। घर पर पिता नहीं थे।
यह आवाज किशोर के कान में पहुंची, तो वह गुस्से में उठा। घर में रखा त्रिशूल उठाया और बहन पर वार कर दिया। त्रिशूल लगते ही बहन जमीन पर गिर गई। किशोर वहां से भाग निकला। हमले के बाद छात्रा की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे।
खून से लथपथ छात्रा को देख तत्काल 108 एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई, तो ग्रामीणों और पड़ोसियो ने उसे ठेले पर रखा और सीधे सरकारी अस्पताल ले गए। हालत नाजुक होने पर उसे जबलपुर मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया गया। उसे मेडिकल अस्पताल लाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
वारदात के बाद आरोपी वहां से भाग निकले। मामले में तिलवारा पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है।
तिलवारा पुलिस ने बताया कि रमनगरा निवासी संजय उपाध्याय उर्फ संजू की पान की दुकान है। वहां लगभग छह से आठ माह पूर्व अनुज खटीक गया था। अनुज ने वहां से सामान लिया। वह बिना रुपये दिए जाने लगा। इस पर संजय ने उससे रुपये मांगे, तो अनुज ने उसे धमकाया था।
अनुज उससे रंजिश रखने लगा था।पहला फायर अटकारविवार दोपहर संजय घर के पास बैठा था। तभी वहां अनुज बाल्मीक साथी अंकुश उर्फ काला के साथ पहुंचा। संजय से विवाद किया। इस दौरान आरोपियों ने पिस्टल निकाली और संजय पर तानकर फायर कर दिया, लेकिन बुलेट अटक गई।
आसपास के लोग संजय की आवाज सुनकर दौड़ृे, तो आरोपी वहां से भाग निकले। घटना के बाद संजय तिलवारा थाने पहुंचा। जहां पुलिस ने तत्काल एफआईआर करने की बजाय शिकायत ली और उसे थाने से रवाना कर दिया। यह बात आरोपितों को पता चल गई कि संजय शिकायत करने थाने गया है।
आरोपित शाहनाका के पास छिपकर उसका इंतजार करने लगे। जैसे ही संजय वहां पहुंचा, तो आरोपियों ने उसके पैर पर फायर कर दिया। गोली सीधे संजय के पैर में जा लगी। वारदात के बाद आरोपित वहां से भाग निकले। जानकारी लगते ही स्वजन मौके पर पहुंचे और संजय को मेडिकल अस्पताल ले जाया गया।