जबलपुर । घमापुर के सिद्धबाबा क्षेत्र में रहने वाले युवक ने ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से कार बेची। कार नर्मदापुरम निवासी युवक ने ली। इसके बाद वह कार में लगे जीपीएस को ट्रैक कर साथियों के साथ नर्मदापुरम गया। जहां से कार चोरी कर ली। नर्मदापुरम जिले के शोभापुर पुलिस चौकी ने मामले की जांच की, तो पूरा खुलासा हुआ।
मुख्य आरोपित घमापुर सिद्धबाबा बिहारी मोहल्ला निवासी अभिषेक यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं उसके साथी प्रियांशु सोनी उर्फ दीपांशु नाहर, राहुल यादव व टीटू यादव की तलाश की जा रही है।अभिषेक ने ऑनलाइन वेबसाइट पर कार एमपी 20 सीजे 4323 बेचने का विज्ञापन डाला था।
शकील ने तीन लाख नकद और 50 हजार रुपये ऑनलाइन अभिषेक को दिए। बाकी रकम गाड़ी ट्रांसफर होने के बाद देने की बात तय हुई। 30 अक्टूबर को शकील कार लेकर चला गया। लेकिन पांच नवम्बर को कार उसके घर के पास से चोरी हो गई।
शोभापुर पुलिस चौकी में एफआइआर दर्ज कराई गई। सीसीटीवी खंगाले गए, तो वहां अभिषेक साथियों के साथ नजर आया। जिसके बाद टीम जबलपुर पहुंची और अभिषेक को गिरफ्तार कर ले गई। अभिषेक से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने शकील को डुप्लीकेट चाबी दी थी।
शकील ने दो से तीन दिन तक कार को जीपीएस के जरिए ट्रैक किया, तो पता चला कि वह शकील के घर के बाहर खड़ी होती है, जिसके बाद पांच नवम्बर को वह साथियों के साथ वहां पहुंचा और मूल चाबी से कार का लॉक खोला और उसे जबलपुर ले आया।
जबलपुर रेल मंडल के पिपरिया स्टेशन के जीआरपी चौकी में पदस्थ सुशील पहलवान की एक रिकार्डिंग वायरल हुई। इसमें उन्होंने किसी व्यक्ति से पैसे की मांग की है। मामला सामने आने के बाद जीआरपी एसपी शिमाला प्रसाद ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच बैठा दी है।
जीआरपी एसपी ने बताया कि रिकार्डिंग लगभग तीन साल पुरानी है, लेकिन इसका अभी वायरल किए जाना, संदेस्पद है। सभी पक्षों को देखते हुए डीएसपी को मामले की जांच करने कहा है। इधर इस रिकार्डिंग ने एक बार फिर जीआरपी की आरोपितों के साथ सांठगांठ कर उन्हें बचाने के आरोप लगने लगे हैं।