भोपाल । प्रदेश की राजधानी में कोरोना संक्रमण के लिए लागू लॉकडाउन का पालन नहीं करने पर 630 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चारों जिलों के अधिकारियों ने कोरोना की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए समीक्षा में बताई। वीडियो कांफ्रेंस में सीएम को जानकारी दी गई कि इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में कोरोना मरीजों के ठीक होने पर उन्हें लगातार डिस्चार्ज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि हर हाल में लॉकडाउन का पालन कराया जाए। यदि कोई कोरोना संक्रमण को छुपाता है या जांच में सहयोग नहीं करता है, तो इसे गंभीर अपराध मानकर एफआईआर कराएं और जेल भेजें। इस काम में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करें। उन्होंने यह भी बताया कि 15 अप्रैल से गेहूं, चना, मसूर और सरसों की खरीदी शुरू की जाएगी। इंदौर के संभाग आयुक्त आकाश त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार को 11 कोरोना मरीजों का दूसरा सेम्पल भी निगेटिव आया है। इन्हें डिस्चार्ज किया गया है। मरीजों में 116 की हालत अच्छी है।भोपाल कलेक्टर ने बताया कि टोटल लॉकडाउन कर दिया है। इसका उल्लंघन करने वाले 630 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।जबलपुर के अधिकारियों ने कहा कि आठ कोरोना मरीजों में से तीन की तबीयत ठीक होने से उन्हें छुट्टी दे दी गई है। एक-दो दिन में दो व्यक्तियों की और छुट्टी होगी। बाकी तीन मरीजों की हालत भी अच्छी है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों का काम चल रहा है। ऐसे में बिजली की आपूर्ति बनी रहे। ट्रांसफार्मर यदि खराब हैं तो उन्हें तुरंत बदला जाए। बकाया बिल यदि है तो उसका भुगतान बाद में भी हो जाएगा। जिले में कोई भी निजी अस्पताल इलाज के लिए मना ना करे। जिला आपदा प्रबंधन समूह बनाए जाएं। कोरोना आपदा के काम के लिए अधिकारी एवं कर्मचारियों की सेकंड लाइन तैयार की जाए। केंद्र और राज्य सरकार के योजनाओं की राशि हितग्राहियों के खातों में ट्रांसफर की गई है। बैंकों से राशि निकालने में कोई दिक्कत न आए। बैंक पर्याप्त नकदी की व्यवस्था रखें। उज्जैन के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना के आठ प्रकरणों में से छह प्रकरण एक ही परिवार के हैं और सभी ठीक है।