भोपाल । आकाशवाणी भोपाल से समाचारों का प्रसारण 'वर्क फ्रॉम होम' तरीके से हो रहा है। इसके तहत संपादक अपने घर से पूरी बुलेटिन बना रहे हैं और समाचार वाचक अपने घर से उस तैयार बुलेटिन को पढ़ रहे हैं और श्यामला हिल्स स्थित आकाशवाणी भोपाल के स्टूडियो से उसका लाइव प्रसारण किया जा रहा है। यह आकाशवाणी भोपाल ही नहीं, संभवतः पूरे देश में आकाशवाणी से समाचार प्रसारण में यह पहला अवसर है जब समाचार घर से प्रसारित हो रहे हैं। आगामी कुछ दिनों तक प्रसारण इसी तरीके से जारी रहेगा।
घर से समाचार प्रसारण की यह स्थिति भोपाल में एक वरिष्ठ पत्रकार के कोरोना वायरस से संक्रमित मिलने के बाद बनी जब प्रशासन ने लगभग 200 पत्रकारों को "सैल्फ क्वारंटाइन" में जाने को कहा. दरअसल ये पत्रकार मुख्यमंत्री निवास पर 20 मार्च को हुई उस पत्रकार वार्ता में भी मौजूद थे जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने त्यागपत्र दिया था. इस पत्रकार वार्ता में "आरएनयू भोपाल" के एक संपादकीय सहयोगी भी थे. उन्हें भी "सैल्फ क्वारंटाइन" में भेज दिया गया .
लेकिन 20 मार्च से कल 25 मार्च तक "आरएनयू भोपाल" का पूरा स्टाफ भी उनके संपर्क में रहा इसलिए प्रशासन की सलाह पर सभी व्यक्तियों को भी 14 दिन के लिए "सैल्फ क्वारंटाइन" में जाना पड़ा। ऐसी सूरत में एक ही रास्ता था कि भोपाल से समाचारों का प्रसारण 14 दिन के लिए बंद कर दिया जाए।समाचार सेवा प्रभाग, नई दिल्ली ने भी यही निर्देश दिए थे। आरएनयू भोपाल के प्रमुख संजीव शर्मा बताते हैं कि इतनी बड़ी आपदा के दौरान, जब विश्वसनीय और त्वरित खबरों की सबसे ज़्यादा जरूरत है, घर बैठ जाना न तो उन्हें और न ही उनकी टीम को मंजूर था। भोपाल केंद्र के इंजीनियरिंग प्रमुख धर्मेंद्र श्रीवास्तव ने तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया और बस हमने सफलतापूर्वक घर से समाचारों का प्रसारण शुरू कर दिया।
आरएनयू भोपाल के इन प्रयासों की समाचार सेवा प्रभाग की प्रमुख महानिदेशक और प्रसार भारती के सीईओ ने भी सराहना की है। उन्होंने ट्वीट के जरिये इसकी प्रशंसा की है। प्रसार भारती ने बाकायदा एक वीडियो बनवाकर भोपाल के प्रयासों को सोशल मीडिया में साझा किया है। इस तरह आपदा के दौरान रेडियो तमाम बाधाओं के बाद भी अपने श्रोताओं के साथ खड़ा है और आकाशवाणी के जरिये प्रदेश के लोगों तक विश्वसनीय, तथ्यपरक और विशुद्ध समाचार पहुँचाने में जुटा है।