इंदौर । कोरोना वायरस के संक्रमण के सर्वाधिक खतरे में फंसे इंदौर शहर के हालात फिलहाल चिंताजनक बने हुए हैं। गुरुवार को कोरोना संक्रमण से दो महिलाओं की मौत हो गई। इन दोनों मौतों के बाद इंदौर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 8 हो गई है। इनमें 5 मरीज इंदौर के स्थानीय नागरिक हैं, जबकि दो मरीज उज्जैन और एक खरगोन जिले का है। इन सभी का उपचार इंदौर में ही चल रहा था। उधर, कोरोना संक्रमण के शिकार मरीज भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 89 हो चुकी है। मरीजों की इस संख्या में 19 केस नए शामिल हैं। दरअसल, गुरुवार देर रात सात और नए संक्रमित इंदौर में मिले। प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 120 हो गई है। इनमें एक मरीज छिंदवाड़ा जिले का भी है। वहीं भोपाल में 4 और मरीज मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है।
सघन बस्तियों में स्थिति गंभीर
सघन बस्तियों, खासकर मुस्लिम बहुल क्षेत्र में लोगों की लापरवाही के कारण स्थिति गंभीर होने का खतरा पैदा हो गया है। शहर के रानीपुरा इलाके में गत रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ की गई बदसलूकी और बुधवार को टाटपट्टी बाखल में हमले की घटना के बाद प्रशासन ने कड़ा रुख अतियार कर लिया। इस हमले में शामिल लोगों की वीडियो के आधार पर पहचान कर धरपकड़ की जा रही है। साथ ही पुलिस के साए में स्वास्थ्य विभाग की टीम बस्तियों में घुस कर मरीजों की पड़ताल कर रही है। संदिग्ध मरीजों को वारेंटाइन सेंटरों में भेजा जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया हैं। वहीं मरीजों के संपर्क में आने वालों तथा उनके परिजनों को भी वारेंटाइन में रखा गया है।
छिंदवाड़ा में एक पॉजिटिव मिला
छिंदवाड़ा जिले के ग्राम केवलारी में रहने वाले किशनलाल (36) इंदौर में
वाणिज्य कर विभाग में पदस्थ हैं। लॉकडाउन से पहले वह सात दिन के लिए छिंदवाड़ा रुके थे। इस दौरान व लालबाग व मालहन वाड़ा भी रुके। बाद में
घर लौटने पर उनकी तबियत बिगडऩे लगी। कोरोना की जांच के लिए सैंपल छिंदवाड़ा भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। प्रशासन किशनलाल
के संपर्क में आए सभी लोगों की जांच-पड़ताल कर रहा है। फिलहाल उनके घर के आसपास सभी तरह के आवागमन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
भोपाल में 67 जमातियों में से 4 संक्रमित
राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या चार से बढ़कर नौ हो गई है। इनमें से चार लोग तब्लीगी जमात के हैं, जबकि एक पॉजिटिव मरीज सरकार में पदस्थ युवा आईएएस अधिकारी हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2011 बैच के इस अधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संक्रमित जमातियों के सामने आने के बाद भोपाल की स्थिति गंभीर हो गई है, क्योंकि दिल्ली मरकज से लौटने के बाद भोपाल की विभिन्न मस्जिदों में गए थे, जहां कई लोगों के संपर्क में आए। उधर बताया जाता है कि संक्रमित आईएएस अधिकारी इस दौरान जहां गए और जिन अधिकारियों से भी मुलाकात की, उनको भी क्वारेंटाइन किया जाएगा। इसके अलावा यह अधिकारी जहां विभागाध्यक्ष थे, वहां करीब 225 कर्मचारी पदस्थ हैं, उनमें हड़कंप मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार 31 मार्च को भोपाल की विािन्न मस्जिदों से कुल 67 जमातियों को खोजकर उन्हें क्वारेंटाइन किया गया था और इन सबके स्वाब का सैंपल एम्स में जांच के लिए भेजा गया था। गुरुवार को इन 67 सैंपलों में से 4 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमित चारों जमाती भोपाल की मस्जिदों में भी घूमे थे, वहां किस-किस के संपर्क में आए इसका पता नहीं चला है।