भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने सत्ता गंवा दी है। राज्य में पिछले 18 दिन से चल रहे राजनीतिक ड्रामे का अंत हुआ। इस घटनाक्रम के बाद अब सबकी निगाहें बीजेपी की तरफ हैं कि वह किसे मुख्यमंत्री चुनेगी। तीन बार सीएम रह चुके शिवराज सिंह चौहान का नाम रेस में सबसे आगे है। शिवराज ने ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी की तरफ खींचा। जब वे बीजेपी में शामिल हो गए तो शिवराज ने ट्वीट भी किया था कि महाराज के साथ शिवराज। ऐसे में सिंधिया की च्वॉइस पर पार्टी नेतृत्व मुहर लगा सकता है। मगर पार्टी चौंकाने वाला फैसला भी कर सकती है। चौहान 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्हें एमपी के अगले सीएम की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। भले ही शिवराज सबको स्वीकार्य ना हों मगर एमपी में बीजेपी के सबसे ज्यादा लोकप्रिय नेता वहीं हैं। सीएम पद पर कौन बैठेगा, इसमें कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया की राय भी अहम हो सकती है।
थावर चंद गहलोत भी रेस में
बीजेपी सूत्र केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत का नाम भी सीएम रेस में बता रहे हैं। वह पार्टी नेतृत्व के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद भी हो सकते हैं। वह गुजरात के अलावा दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव की भूमिका निभा चुके हैं।
नरोत्तम मिश्रा का नाम भी चर्चा में
नरोत्तम मिश्रा का नाम उठा तो है मगर वह इस रेस में उतनी मजबूती से खड़े नहीं दिख रहे। राज्य में लंबे समय से कोई ब्राह्मण चेहरा सत्ता में नहीं बैठा है और उनके फेवर में ये बात जा सकती है। हालांकि सिंधिया और उनके बीच के रिश्ते उतने मधुर नहीं।