नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया छोड़ने के ऐलान के बाद विपक्षी पार्टियां भी सस्पेंस में पड़ गई हैं। कांग्रेस को भी समझ नहीं आ रहा है कि आखिर मोदी ने ऐसा क्यों कहा। इस बीच अधीर रंजन चौधरी (लोकसभा में कांग्रेस के नेता) ने मोदी से कहा है कि अगर उन्हें दिल्ली दंगों का दुख है तो सोशल मीडिया नहीं प्रधानमंत्री का पद छोड़ना चाहिए। अधीर ने यह भी कहा कि हो सकता है पीएम मोदी ऐसा मौजूदा मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कर रहे हों। कांग्रेस नेता ने पूछा कि क्या अब मोदी साधु-संत बन जाएंगे। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश में ऐसे कई उदाहरण हैं जब नैतिकता के आधार पर पद छोड़ा गया हो। उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री का उदाहरण दिया। जब रेल हादसे के बाद उन्होंने रेल मंत्री का पद छोड़ दिया था।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा मोदी हर वक्त डिजिटल की बात करते हैं। उनके जैसा डिजिटल पुजारी अगर सोशल मीडिया छोड़ेगा तो कहां जाएगा। क्या मोदी साधु-संत बनने वाले हैं। क्या वह मानसरोवर चले जाएंगे। कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि ऐसे आधा ऐलान करना लोगों को धोखे में रखने जैसा है। उन्हें जनता को बताना चाहिए कि पूरी बात क्या है। चौधरी ने कयास लगाए कि हो सकता है कि दिल्ली दंगों से मोदी दुखी हों और इसपर कुछ बोलें।
सोशल मीडिया नहीं, नफरत छोड़िए : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया से अलग होने का संकेत देने के बाद उन पर कटाक्ष करते हुए कहा पीएम मोदी को सोशल मीडिया नहीं, बल्कि नफरत छोड़नी चाहिए। प्रधानमंत्री के ट्वीट का एक स्नैप शॉट शेयर करते हुए गांधी ने ट्वीट किया कि नफरत छोड़िए, सोशल मीडिया अकाउंट्स नहीं। इससे पहले प्रधानमंत्री के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा प्रधानमंत्री जी, आपसे आग्रह है कि आप अपने उन समर्थकों को सोशल मीडिया छोडाने की सलाह दीजिए, जो आपके नाम पर लोगों को अपशब्द कहते और धमकाते रहते हैं।