बिलासपुर । ब्रह्माकुमारीज टिकरापारा के तत्वाधान में दयालबंद स्थित सी.जे. पटेल ग्राउण्ड में आयोजित महाषिवरात्रि महोत्सव का अवलोकन करने व षिव की भक्ति के लिए बारिष भरे मौसम में भी लोग पहुंच रहे हैं। प्रात: 9 बजे एवं रात्रि 8 बजे की महाआरती का भी उन्हें इंतजार रहता है। प्रात: के राजयोग षिविर सत्र के साथ षिव कथा भी सुनाई जा रही है। इस सत्र को संबोधित करते हुए सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने कहा कि नंदी को परमात्मा षिव के सवारी के रूप में बताया गया है। नंदी अर्थात् बैल बहुत शक्तिषाली होने के बाद भी शांत स्वभाव का होता है क्योंकि जैसे परमात्मा षिव सर्वषक्तिमान होने के बाद भी परमषांत व संयमित हैं। नंदी का सफेद रंग स्वच्छता व पवित्रता का संदेष देता है। वास्तव में नंदी पिताश्री ब्रह्माबाबा का प्रतीक है जिनके शरीर पर सवार होकर अर्थात् अवतरित होकर ज्योतिस्वरूप परमात्मा षिव हमें पवित्र बनो, राजयोगी बनो की षिक्षा देते हैं और हमारे अंदर दैवीय गुणों की धारणा कराकर सृष्टि में आदि सनातन देवी-देवता धर्म की स्थापना दिव्य कर्तव्य करते हैं। दीदी ने बताया कि प्रात: 7 बजे राजयोग षिविर के साथ परमात्मा षिव पर आधारित सत्संग कराया जाता है। प्रात: व रात्रि के महाआरती में शामिल होने के लिए भी उन्होंने सभी से अनुरोध किया है।