बिलासपुर । राम स्वरूप निरंजन लाल धर्मशाला वीआईपी रोड स्थित शहर के सबसे प्रतिष्ठित आयोजन स्थल में देश के निवासरत नामदेव दर्जी छीपा, टाक, रोहीला, भावसार, काकुत्स, भरत बंसी, पीपा, दामोदर वंशी आदि समाज के सभी घटकों खापों का दो दिवसीय विराट सम्मेलन इसके साथ ही सभी खापों घटकों के सभी वर्गों के युवक युवतियां तलाकशुदा, विधवा, विधुर दिव्यांग, अविवाहित लोगों का परिचय सम्मेलन रखा गया है इस परिचय सम्मेलन के दौरान अगर रिश्ते तय होते हैं तो आयोजन समिति विवाह भी संपन्न कराएगी। अभिनंदन, उद्बोधन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, महापौर एजाज ढेबर सभा पति प्रमोद दुबे एवं अन्य गणमान्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है उनके तथा समाज के गौरव गोविंद नामदेव(प्रख्यात फिल्म एवं रंगमंच के कलाकार) मोहनलाल छीपा(अध्यक्ष अखिल भारतीय नामदेव छीपा समाज महासंघ एवं पूर्व कुलपति), विनय कुमार रोहिला जी, एन. सी. पाथरकर श्रीमती ममता टेलर, शंकर लाल अखोतेजी आदि का स्वागत अभिनंदन एवं उद्बोधन होगा द्य वैज्ञानिक रवि वर्मा, वैज्ञानिक मनोज सिंह रोहिला पूरे देश में सम्मेलन के लिए बनाई गई 18 प्रांतों की संयोजक एवं समन्वय समितियों के माध्यम से देश में निवासरत सभी सामाजिक परिजनो को आमंत्रित किया जाएगा। सामुहिक विवाह भी कराया जाएगा। संयोजक, समन्वय समिति में नंद किशोर नामदेव नंदु भैया, राम कुमार नामदेव, कमल उत्तराखंड, रजनीश नामदेव सामली, कमल छीपा, सचिन सुतोने, संजू वर्मा, किशोर वर्मा , सुनील नामदेव आज तक, श्रीमति विद्या नामदेव, दशरथ नामदेव, धर्मेंद्र नामदेव, नवल किशोर नामदेव, खेमराज नामा सोलंकी पुणे महाराष्ट्र आदि के साथ प्रदेश महिला अध्यक्ष श्रीमती सुषमा शंकर लाल नामदेव, डॉ राजश्री नामदेव, महेंद्र नामदेव आजतक, डॉ. अदिति नामदेव, राजेंद्र नामदेव, चेतन नामदेव, अनिल बरोलिया, सुरेश कुमार नामदेव, राजेश नामदेव चांपा, आदि अपनी जिम्मेदारियों के साथ तैयारी मे इस सम्मेलन की सफलता के लिए प्राण प्रण से जुटे हुए हैं। इसी अवसर पर नामदेव वाणी स्मारिका का विमोचन मुख्य अतिथि के साथ वरिष्ठ समाज सेवियों के द्वारा किया जाएगा। इस आयोजन की अध्यक्षता राजेश नामदेव प्रांतीय अध्यक्ष नामदेव समाज विकास छत्तीसगढ़ करेंगे, प्रमुख मार्गदर्शन एवं संरक्षण संस्था के संस्थापक अध्यक्ष योगाचार्य के एल नामदेव हैं, कार्यक्रम के आयोजक एवं जिला अध्यक्ष नारायण प्रसाद नामदेव हैं कार्यक्रम के स्थानीय संयोजक धर्मेश नामदेव हैं अंत में इस सम्मेलन के लिए गठित की गई समिति के माध्यम से देश के सभी स्वजाती बंधुओं परिजनों को आमंत्रण के साथ अनुरोध किया जाता है कि समाज के इस महती यज्ञ में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज करा कर अपनी भूमिका का निर्वाह अवश्य कराएं। सम्मेलन की सभी व्यवस्थाएं निशुल्क रखी गई हैं।