*⛅नक्षत्र - रेवती सुबह 07:34 तक तत्पश्चात अश्विनी*
*⛅योग - अतिगण्ड शाम 04:15 तक तत्पश्चात सुकर्मा*
*⛅राहु काल - शाम 05:41 से शाम 07:20 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:02*
*⛅सूर्यास्त - 07:20*
*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:38 से 05:21 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:15 से दोपहर 01:08 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:22 जुलाई 01 से रात्रि 01:03 जुलाई 01 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - सर्वार्थ सिद्धि योग प्रातः 07:34 से प्रातः 06:05 जुलाई 01 तक*
*⛅विशेष - नवमी को लौकी खाना गौ माँस के समान त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹 माल बिकता नहीं हो तो..🔹*
*दुकान है माल पड़ा रहता है । बिकता भी नहीं , पड़ा रहता है तो जो माल पड़ा रहता है , उसे दुकान में उत्तर और पश्चिम दिशा के बीच वायव्य कोण पड़ता है उधर रख दो । तो वायव्य दिशा यानी वायु भगवान् की दिशा है , तो माल वायु वेग से बिकेगा ।*
*🔹निरोगी व श्री सम्पन्न होने के लिये🔹*
*"ॐ हुं विष्णवे नमः"*
*निरोगी व श्री सम्पन्न होने के लिये इस मन्त्र की एक माला रोज जप करें, तो आरोग्यता और सम्पदा आती है ।*
*🔹बेटी की शादी🔹*
*अगर कोई कष्ट है तो ऐसा नहीं सोचना की ये कष्ट सदा रहेगा …*
*बेटी की शादी नहीं हो रही तो पिता गुड़ मिश्रित जल से सूर्य नारायण को अर्घ्य दें, बेटी की शादी जल्दी हो जायेगी…।*
*उत्तर दिशा में मुख करके “ॐ ह्रीं गौरियाय नमः” ये मन्त्र का जप करें तो शादी जल्दी होगी…घर वर अच्छा मिलेगा॥*
*🔹वायु के सर्वरोग🔹*
*🔸 काली मिर्च का 1 से 2 ग्राम पाउडर एवं 5 से 10 ग्राम लहसुन को बारीक पीसकर भोजन के समय घी-भात के प्रथम ग्रास में हमेशा सेवन करने से वायु रोग नहीं होता।*
*🔸 5 ग्राम सोंठ एवं 15 ग्राम मेथी का चूर्ण 5 चम्मच गुडुच (गिलोय) के रस में मिश्रित करके सुबह एवं रात्रि को लेने से अधिकांश वायु रोग समाप्त हो जाते हैं।*
*🔸यदि वायु के कारण मरीज का मुँह टेढ़ा हो गया हो तो अच्छी किस्म के लहसुन की 2 से 10 कलियों को तेल में तलकर शुद्ध मक्खन के साथ मिलाकर, बाजरे की रोटी के साथ थोड़ा नमक डालकर खाने से मरीज का मुँह ठीक हो जाता है।*