*⛅तिथि - एकादशी प्रातः 08:42 तक तत्पश्चात द्वादशी*
*⛅नक्षत्र - कृतिका प्रातः 04:40 जुलाई 03 तक तत्पश्चात रोहिणी*
*⛅योग - धृति प्रातः 11:17 तक तत्पश्चात शूल*
*⛅राहु काल - शाम 04:07 से शाम 05:48 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:58*
*⛅सूर्यास्त - 07:29*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:34 से 05:16 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:17 से दोपहर 01:11 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:23 जुलाई 03 से रात्रि 01:05 जुलाई 03 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - योगिनी एकादशी, त्रिपुष्कर योग (प्रातः 08:42 से प्रातः 04:40 जुलाई 03 तक), सर्वार्थ सिद्धि योग (प्रातः 06:05 से प्रातः 04:40 जुलाई 03 तक)*
*⛅विशेष - एकादशी को सिम्बी (सेम) व द्वादशी को पूतिका (पोई) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔶योगिनी एकादशी 02 जुलाई 2024🔶*
*🔹एकदाशी में क्या करें क्या ना करें🔹*
*🌹1.एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें; नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करे |*
*🌹2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें , विष्णु सहस्रनाम पाठ करें |*
*🌹3.ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जाप करना चाहिए |*
*🌹4.चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए , यथा संभव मौन रहें |*
*🌹5.एकदशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाएं | इस दिन फल आहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है |*
*🌹6.व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) -इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।*
*🌹7.फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए । आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।*
*🌹8.जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए |*
*🌹9.भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप-दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।*
*🌹10.एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें, इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है | इस दिन बाल नहीं कटायें ।*
*🌹11.इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।*
*🌹12.एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1:00 बजे तक) |*
*🌹13.श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता ।*
*⏺️इस विधि से व्रत करनेवाला उत्तम फल को प्राप्त करता है ।*